Chandauli News: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, सुदूर इलाके में आधा दर्जन अवैध अस्पताल और पैथोलॉजी सेंटर सील.
"डॉ. संजय सिंह ने लोगों से अपील की कि वे इलाज कराने से पहले अस्पताल का पंजीकरण और डॉक्टर की वैधता जरूर जांचें। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी इस तरह के अवैध प्रतिष्ठानों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस कार्रवाई से क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने का संदेश गया है, ताकि जनता सुरक्षित और भरोसेमंद इलाज प्राप्त कर सके"
chandauli
11:04 AM, Sep 13, 2025
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नौगढ़ के बाघी इलाके में अवैध क्लिनिक और पैथालॉजी सेंटर में छापेमारी करती स्वास्थ्य विभाग
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Story By: मदन मोहन, नौगढ़.
चंदौली। नौगढ़ तहसील में स्वास्थ्य विभाग ने अवैध रूप से संचालित हो रहे आधा दर्जन से अधिक अस्पतालों और क्लिनिकों को सील कर बड़ी कार्रवाई की है। डिप्टी सीएमओ डॉ. संजय सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम ने नौगढ़ क्षेत्र में यह कार्रवाई की है। अचानक हुई इस छापामार कार्रवाई से अवैध संचालकों में हड़कंप मच गया।

नौगढ़ के बाघी इलाके में अवैध क्लिनिक और पैथालॉजी सेंटर में छापेमारी करती स्वास्थ्य विभाग
जांच में यह बात सामने आई कि कई अस्पताल बिना पंजीकरण और लाइसेंस के चल रहे थे, जबकि वहां योग्य डॉक्टर भी नहीं थे। जांच के दौरान आशीर्वाद हॉस्पिटल, डॉ. धीरज केसरी फैक्चर हॉस्पिटल, AB क्लिनिक पैथोलॉजी सेंटर, डॉ. भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल और कृष्ण फार्मेसी को अवैध पाए जाने पर ताला लगाकर सील कर दिया गया।

नौगढ़ के बाघी इलाके में अवैध क्लिनिक और पैथालॉजी सेंटर में छापेमारी करती स्वास्थ्य विभाग
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स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इन अस्पतालों पर लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसमें मरीजों का शोषण करने और इलाज के नाम पर उनकी जान को खतरे में डालने की बात कही गई थी। विभाग ने कहा कि ऐसे अवैध अस्पताल आम जनता की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके थे।

नौगढ़ के बाघी इलाके में अवैध क्लिनिक और पैथालॉजी सेंटर में छापेमारी करती स्वास्थ्य विभाग
डॉ. संजय सिंह ने लोगों से अपील की कि वे इलाज कराने से पहले अस्पताल का पंजीकरण और डॉक्टर की वैधता जरूर जांचें। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी इस तरह के अवैध प्रतिष्ठानों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस कार्रवाई से क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने का संदेश गया है, ताकि जनता सुरक्षित और भरोसेमंद इलाज प्राप्त कर सके। इस कदम के बाद मरीज और उनके परिजन जल्दबाजी में अपने मरीजों को वैध अस्पतालों में शिफ्ट करते देखे गए।