Chandauli News: राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने तटीय पोत परिवहन विधेयक को बताया ऐतिहासिक.
तटीय राज्यों में स्थानीय लोगों के लिए खुलेंगे रोजगार के अवसर
chandauli
3:35 PM, Aug 8, 2025
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विधेयक के पक्ष में राज्यसभा में बोलती सांसद दर्शन सिंह
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Story By: विवेकानंद केशरी.
चंदौली। आज राज्यसभा में भाजपा सांसद श्रीमती दर्शना सिंह ने "तटीय पोत परिवहन विधेयक, 2025" पर चर्चा में भाग लेते हुए इस ऐतिहासिक विधेयक का समर्थन किया और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक भारत के तटीय क्षेत्रों को आर्थिक दृष्टि से मजबूत करने, हरित परिवहन (ग्रीन ट्रांसपोर्ट) को बढ़ावा देने, और वैश्विक लॉजिस्टिक्स में भारत की भूमिका को सशक्त करने वाला कानून है। यह प्रधानमंत्री मोदी जी के ‘विकसित भारत 2047’ के विजन को साकार करने की दिशा में भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अपने संबोधन में दर्शना सिंह ने कहा कि यह विधेयक पुराने, जटिल और बिखरे हुए कानूनों को हटाकर एक सरल, पारदर्शी और समग्र कानून प्रस्तुत करता है, जिससे तटीय परिवहन क्षेत्र को सुव्यवस्थित और सशक्त किया जा सकेगा। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि यह विधेयक बंदरगाहों के बीच यात्री और माल परिवहन को सहज और सुरक्षित बनाएगा, जिससे न केवल व्यापार को गति मिलेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। यह मोदी सरकार की ‘सागरमाला परियोजना’ और ‘ब्लू इकोनॉमी’ को बल देने की दिशा में भी एक ठोस पहल है।
सांसद ने जोर देकर कहा कि तटीय पोत परिवहन सड़क और रेल परिवहन की तुलना में अधिक ऊर्जा कुशल और पर्यावरण अनुकूल है। इससे न केवल कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी, बल्कि भारत के क्लाइमेट चेंज लक्ष्यों की प्राप्ति में भी सहायता मिलेगी। यह विधेयक ‘ग्रीन इंडिया’ अभियान को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाने का कार्य करेगा, जो प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में लगातार प्रगति कर रहा है।
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सांसद दर्शना सिंह ने यह भी कहा कि इस विधेयक के लागू होने से तटीय राज्यों में स्थानीय रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। मछुआरा समुदाय, बंदरगाह श्रमिक, परिवहन सेवाएं और शिपिंग इंडस्ट्री से जुड़े हजारों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का यही उद्देश्य है कि विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे - यही ‘अंत्योदय’ का मूल मंत्र है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण का मुद्दा भी उठाया और सुझाव दिया कि अगर समुद्री परिवहन जैसे क्षेत्रों में महिलाओं को अवसर मिलें, तो यह क्षेत्र महिला नेतृत्व का नया उदाहरण बन सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के "नारी शक्ति वंदन" अभियान को ऐसे विधेयकों के माध्यम से व्यवहार में लाया जा सकता है।
अपने समापन वक्तव्य में सांसद दर्शना सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल जी को धन्यवाद देते हुए कहा कि भाजपा सरकार द्वारा प्रस्तुत यह विधेयक देश की लॉजिस्टिक्स क्षमता, पर्यावरण सुरक्षा, और आर्थिक विकास को एक साथ जोड़ता है। उन्होंने कहा की यह विधेयक केवल समुद्री परिवहन के लिए कानून नहीं है, बल्कि यह प्रधानमंत्री मोदी जी की दूरदर्शिता, भाजपा की नीति और भारत के उज्ज्वल भविष्य का प्रतिबिंब है।