Sonbhadra News: मासूम बच्ची का अपहरण करने वाला 25 हजार इनामी बदमाश पुलिस मुठभेड़ में घायल.
पिपरी पुलिस को एक बडी सफलता हाथ लगी hai, पुलिस मुठभेड़ में 6 वर्ष की बालिका का अपहरण करने वाले 25000/- रुपये के इनामिया वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। उसके कब्जे से 1 तमंचा 315 बोर, 1 जिंदा कारतूस 315 बोर व 2 खोखा कारतूस 315 बोर बरामद हुआ है।
sonbhadra
8:33 AM, Sep 2, 2025
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25 हज़ार के इनामिया बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करती पुलिस।
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Story By: विकास कुमार हलचल, तहसील दुद्धि।
सोनभद्र। पिपरी पुलिस ने थाना क्षेत्र में एक इनामी अपराधी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। आरोपी चन्द्रेश कुमार बैठा नामक बदमाश पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। वो 31 अगस्त 2025 को 6 वर्षीय बालिका के अपहरण का आरोपी है। अपहरण की घटना पर तुरंत एक्शन में आये पुलिस अधीक्षक सोनभद्र अशोक कुमार मीणा के निर्देश पर आरोपी की धड़ पकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा था और अभियान में मुखबिर की सटीक सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी 1 सितंबर को धौकी नाला की तरफ से आ रहा था। पुलिस ने जब उसे रोकने का प्रयास किया तो उसने अपने आपको घिरा देखकर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाही में आरोपी के दाहिने पैर में गोली लग गई। जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया।
पुलिस ने उसके पास से एक अवैध तमंचा 315 बोर, एक जिंदा कारतूस और दो खोखा कारतूस बरामद किया है और घायल आरोपी को इलाज के लिए सीएससी म्योरपुर में भर्ती कराया गया है। गिरफ्तार आरोपी झारखंड के गढ़वा जिले के थाना धुरकी के सगमापुतुर का रहने वाला है। थाना पिपरी के प्रभारी निरीक्षक सत्येंद्र कुमार राय के नेतृत्व में सात सदस्यीय पुलिस टीम ने यह कार्रवाई की। क्षेत्र में शांति और कानून व्यवस्था बनी हुई है।

वही पिपरी सीओ अमित कुमार ने बताया कि 31 अगस्त 2025 को थाना पिपरी क्षेत्र के अंतर्गत 6 वार्षिय बच्ची को टॉफी-बिस्किट देने के बहाने अपहरण करने वाले व्यक्ति 25000 का इनामियां बदमाश चंद्रेश कुमार बैठा निवासी गढ़वा झारखंड का रहने वाला है। उसको पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया है। घायल बदमाश को सीएससी में उपचार के लिए भेज दिया गया है। बच्ची को कल ही सकुशल बरामद कर लिया गया था। फॉरेंसिक टीम द्वारा मौके पर उपस्थित होकर साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की जा रही है एवं विधिक कार्रवाई प्रचलित है।