Sonbhadra News: अच्छी खासी सड़क को तोड़कर फिर से बनाने पर विवाद, स्थलीय के साथ-साथ सोशल मिडिया पर लोगों ने किया गुस्सा जाहिर.
अच्छी स्थिति वाली सड़क को बिना कारण तोड़कर दोबारा बनाये जाने से स्थानीय लोग विफर गए और उन्होंने नगर पंचायत के खिलाफ सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर अपना गुस्सा जाहिर किया है।
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2:51 PM, Aug 31, 2025
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अच्छी खासी रोड को तोड़कर फिर से दुरुस्त करते लेबर मिस्त्री
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Story By: चंदन कुमार, चोपन।
सोनभद्र।
आदर्श नगर पंचायत चोपन में सड़क निर्माण को लेकर नया विवाद सामने आया है। नमामि गंगे के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व मनोनीत सभासद महेंद्र केसरी ने नगर पंचायत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अच्छी स्थिति वाली सड़क को बिना कारण तोड़कर दोबारा बनाया जा रहा है। सड़क पर केवल निर्माण कार्य से निकला कचरा और बरसात का पानी जमा था। इसे साफ करने की बजाय पूरी सड़क को तोड़ दिया गया।

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महेंद्र केसरी ने आरोप लगाया कि यह काम नगर अध्यक्ष की मिलीभगत से चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। निर्माण कार्य में न तो सोलिंग की जा रही है और न ही रोलर का उपयोग हो रहा है। पुरानी सड़क के मलबे को ही दोबारा इस्तेमाल किया जा रहा है। नगर क्षेत्र के कई वार्डों में स्थिति खराब है। वार्ड 10 में मल्लाही टोला पुल के नीचे सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। वहां से स्कूली बच्चे आते-जाते हैं, लेकिन उस सड़क की मरम्मत नहीं की जा रही है। महेंद्र केसरी ने सोनेश्वर मंदिर के पास सड़क तोड़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है। विवाद स्थानीय स्तर के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी पहुंच गया है। कई सामाजिक कार्यकर्ता नगर पंचायत चोपन की कार्यशैली की आलोचना कर रहे हैं। निर्माण कार्य की लागत की जानकारी भी सार्वजनिक नहीं की गई है।

जब स्थानीय लोगों के विरोध के बाद संबंधित जूनियर इंजीनियर के स्टॉफ से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि हो रहा कार्य सही है। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई बार कार्य की रूपरेखा के लिए स्थलीय निरीक्षण किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सड़क में नए मटेरियल का उपयोग किया जाना है अगर पुरानी सड़क के मलबे का दोबारा इस्तेमाल हो रहा है, तो यह गलत है। वे फिर से स्थलीय निरीक्षण करेंगे। नियम विरुद्ध कार्य पाए जाने पर संबंधित लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जूनियर इंजीनियर कभी भी स्थल निरीक्षण के लिए नगर पंचायत क्षेत्र में नहीं आते। वे अपने स्टाफ मनोज को भेजकर सारे काम करवाते हैं। लोगों का कहना है कि न तो जूनियर इंजीनियर और न ही उनका स्टाफ मनोज कार्य की रूपरेखा बनाने के लिए मौके पर आए। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि पूरा तंत्र मिलकर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहा है। सोशल मीडिया पर मामला उठाने के बाद भी अगर संबंधित ठेकेदार और जूनियर इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, तो इसे तानाशाही माना जाएगा।