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Sonbhadra News: सोनेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का भव्य समापन, विशाल भंडारे का आयोजन.

चोपन नगर के प्राचीन सोनेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का समापन हो गया। इस अवसर पर सुबह हवन-पूजन किया गया, जिसके बाद दोपहर तक विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। विंध्याचल धाम से पधारे श्री सच्चिदानंद जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया और फल प्रसाद वितरित किया।

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6:38 PM, Dec 15, 2025

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Sonbhadra News: सोनेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का भव्य समापन, विशाल भंडारे का आयोजन.
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श्री सच्चिदानंद जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया और फल प्रसाद वितरित किया।

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Story By: चंदन कुमार, चोपन।

सोनभद्र।

चोपन नगर के प्राचीन सोनेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का समापन हो गया। इस अवसर पर सुबह हवन-पूजन किया गया, जिसके बाद दोपहर तक विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। विंध्याचल धाम से पधारे श्री सच्चिदानंद जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया और फल प्रसाद वितरित किया। भंडारे में शामिल श्रद्धालुओं के जयकारों से पूरा पांडाल गूंज उठा। यजमान बाबूलाल केसरी और नगर के अन्य लोगों ने हवन में भाग लिया। इस दौरान कथा व्यास पंडित सच्चिदानंद महाराज जी ने कहा कि आत्मा को जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्त कराने के लिए भक्ति मार्ग से जुड़कर सत्कर्म करना आवश्यक है। महाराज ने बताया कि हवन-यज्ञ से वातावरण और वायुमंडल शुद्ध होता है, जिससे व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। इससे धार्मिक आस्था जागृत होती है और दुर्गुणों के बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं।

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पंडित सच्चिदानंद महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके श्रवण से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। यह जीव में भक्ति, ज्ञान और वैराग्य के भाव उत्पन्न करती है, जिससे व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं और विचारों में बदलाव आने पर आचरण में भी स्वतः सुधार होता है। कथावाचक सच्चिदानंद जी महाराज ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने बताया कि 'प्रसाद' तीन अक्षरों से मिलकर बना है: 'प्र' का अर्थ प्रभु, 'सा' का अर्थ साक्षात और 'द' का अर्थ दर्शन। यह हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है, जो मन, बुद्धि और चित्त को निर्मल कर देता है। उन्होंने मनुष्य के शरीर को भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद बताया। चोपन नगर सहित आसपास के नगरीय क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालुओं ने इस विशाल भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इस आयोजन में बाबूलाल केसरी, संजीव त्रिपाठी, मंडल अध्यक्ष संजय केशरी, विकास चौबे, प्रदीप अग्रवाल, महेंद्र केशरी, राहुल पटेल, कन्हैया केशरी, बृजेश मोदनवाल, विनय अग्रवाल, हिमांशु गुप्ता, पम्मी केशरी, सोनू मिश्रा, विशाल विश्वकर्मा, पुनीत पाठक, अनिल पाठक, राहुल, प्रताप सिंह सहित सैकड़ों कथा प्रेमी उपस्थित रहे।


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