Sonbhadra News: अमानवीय घटना से पूरे इलाके में सनसनी, नवजात शिशु मिलने से क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा.
पंन्नुगंज थाना क्षेत्र में अमानवीय घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है। लेकिन यहां 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय' कहावत सार्थक सिद्ध हुई है।
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9:30 PM, Sep 2, 2025
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दो दिन का बताया जा रहा है नवजात शिशु।
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Story By: विकास कुमार हलचल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र।
पन्नूगंज थाना क्षेत्र में एक बेहद ही शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां बेलखुरी मोड़ स्थित यात्री भवन के पीछे नवजात शिशु मिला। जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप की स्थित देखने को मिली। जानकारी के अनुसार नवजात को आज किसी द्वारा यात्री भवन के पीछे छोड़ा गया है। दो दिन के नवजात शिशु को देख मौके पर से ही लोगों ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंच कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस दौरान पहुंची चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने तुरंत बच्चे को रेस्क्यू किया। शिशु को पहले नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। प्रारंभिक जांच के बाद बच्चे को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भेज दिया गया। चिकित्सकों के अनुसार शिशु की हालत स्थिर है। फिर भी कुछ समय तक एसएनसीयू में निगरानी जरूरी है।
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इस अमानवीय घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है। लेकिन यहां 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय' कहावत सार्थक सिद्ध हुई है। संबंधित मामले में आसपास के सीसीटीवी खंगाले जाने से कोई सुराग हाथ लग सकता है। मामले की जांच के बाद पुलिस द्वारा अगली कार्रवाई की जाएगी। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते बच्चे का पता नहीं चलता तो मासूम के साथ अप्रिय घटना हो सकती थी। चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक मुकेश कुमार सिंह ने कहा कि लोग अक्सर अनचाहे बच्चों को छोड़ देते हैं। इससे बच्चों को शारीरिक और मानसिक नुकसान होता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि बच्चों को फेंकने की बजाय नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अधिकृत दत्तक ग्रहण संस्थान में छोड़ें। उन्होंने कहा कि अगर किसी को कही भी नवजात शिशु के मिलने की जानकारी मिले तो चाइल्ड हेल्पलाइन (1098) या पुलिस (112) को तुरंत सूचित करें। इससे बच्चे की जान बचाई जा सकती है। मौके पर चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम से सीमा शर्मा, केशवर्कर अमन कुमार (काउंसलर) और ग्रामीण मौजूद थे।