Sonbhadra News: भूत प्रेत के शक में चाचा ने की धारदार हथियार से भतीजे क़ी हत्या.
दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के नगवा गांव में रविवार की रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। भूत-प्रेत के शक में चाचा ने ही भतीजे की धारदार हथियार से हत्या कर दी। मृतक की पहचान 21 वर्षीय जीत सिंह पुत्र पाचू सिंह के रूप में हुई। बहन के सामने हुई चाचा ने वारदात को अनजाम दिया जिससे सहमी बहन जान बचाकर मौके से भागी। मृतक की बहन सुनीता के अनुसार विवाद पिछले कई महीनों से चला आ रहा था।
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10:32 PM, Oct 19, 2025
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मृतक जीत सिंह की फ़ाइल फ़ोटो
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Story By: विकास कुमार हलचल, ब्यूरों सोनभद्र।
सोनभद्र। दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के नगवा गांव में रविवार की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां भूत-प्रेत के शक में एक चाचा ने अपने ही भतीजे की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जांच में जुटी है। मिली जानकारी के अनुसार मृतक जीत सिंह (उम्र लगभग 21 वर्ष) पुत्र पाचू सिंह निवासी नगवा गांव रविवार की रात अपने घर के पास चबूतरे पर बैठा था। इसी दौरान उसका चाचा छोटू सिंह आया और अचानक उस पर धारदार हथियार (बलुआ जैसा) से ताबड़तोड़ वार कर दिए। वार इतने भीषण थे कि जीत सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

मृतक की बहन सुनीता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि यह विवाद पिछले कई महीनों से चला आ रहा था। उन्होंने बताया, “18 फरवरी 2025 को मेरे बड़े भाई अजीत सिंह का सालगिरह था। उसी दिन घर में कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें नाचने वाली लड़कियां बुलाई गई थीं। अगले दिन 19 फरवरी को मेरे चाचा छोटू सिंह का बेटा दिनेश कुमार उन लड़कियों को छोड़ने म्योरपुर गया था, जहां से लौटते समय उसका एक्सीडेंट हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।”दिनेश की मौत के बाद से छोटू सिंह को शक था कि उसके बेटे की मौत में भूत-प्रेत या टोने-टोटके का हाथ है। वह लगातार मृतक जीत सिंह के परिवार पर इल्जाम लगाता रहा। परिवार के बीच बढ़ते विवाद को लेकर गांव में कई बार पंचायत भी हुई। पंचायत के दौरान पंचों ने मृतक दिनेश के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 1 लाख रुपए देने की बात कही, जिस पर जीत सिंह का परिवार राजी हो गया था।
लेकिन पूरा पैसा नहीं दिए जाने की वजह से छोटू सिंह लगातार धमकी दे रहा था कि वह “घर का एक सदस्य लेकर रहेगा”। और रविवार की रात उसने अपनी धमकी को अंजाम दे दिया। सुनीता ने बताया, “शाम करीब 6 से 7 बजे के बीच मेरा भाई रोज की तरह चबूतरे पर बैठा था। मैं वहीं पास में थी, तभी चाचा छोटू सिंह आया और बिना कुछ कहे धारदार हथियार से कई वार कर दिए। मेरा भाई तड़पते हुए जमीन पर गिर पड़ा। जब मैं उसे बचाने दौड़ी तो छोटू मेरे ऊपर भी झपटा, मैं किसी तरह चीखते-चिल्लाते भागी। मेरी आवाज सुनकर गांव के लोग दौड़कर पहुंचे तो छोटू वहां से भाग निकला।”

सूचना मिलते ही दुद्धी कोतवाल स्वतन्त्र कुमार सिंह व विशिष्ट उपनिरीक्षक सुरेशचंद्र द्विवेदी अमवार चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनो के द्वारा दिए तहरीर के आधार पर आरोपी छोटू सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा अभी आरोपी की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित की गई है। घटना के बाद पूरे नगवा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग यह चर्चा कर रहे हैं कि अंधविश्वास और पुराने पारिवारिक विवाद ने एक और युवा की जान ले ली।