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Sonbhadra News: डाकिया ने 1.69 लाख रुपये हड़पे, खुद को लूट का शिकार बताया, पुलिस ने ऐसे किया खुलासा.

सोनभद्र जिले में एक डाक कर्मचारी ने 1.69 लाख रुपये के गबन को छिपाने के लिए अपनी ही लूट का नाटक रचा। पुलिस ने गहन जांच के बाद इस पूरे मामले का चौंकाने वाला सच उजागर किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

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7:02 PM, Nov 20, 2025

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Sonbhadra News: डाकिया ने 1.69 लाख रुपये हड़पे, खुद को लूट का शिकार बताया, पुलिस ने ऐसे किया खुलासा.
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पुलिस ने गहन जांच के बाद इस पूरे मामले का चौंकाने वाला सच उजागर किया

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Story By: विकास कुमार हलचल, ब्यूरों सोनभद्र।

सोनभद्र।

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक डाक कर्मचारी ने 1.69 लाख रुपये के गबन को छिपाने के लिए अपनी ही लूट का नाटक रचा। पुलिस ने गहन जांच के बाद इस पूरे मामले का चौंकाने वाला सच उजागर किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना 18 नवंबर 2025 को शाम करीब 5:30 बजे रॉबर्ट्सगंज के मरकरी पुल पर सामने आई। डाक कर्मचारी वाजिद ने पुलिस को बताया कि दो नकाबपोश अपाचे बाइक सवारों ने उस पर हमला कर 1.80 लाख रुपये और तीन रजिस्टर्ड डाक छीन लिए। उसने खुद को घायल दिखाया, उसके माथे पर खून और कपड़े फटे हुए थे, जिससे पूरे रॉबर्ट्सगंज में सनसनी फैल गई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की, लेकिन जल्द ही वाजिद की कहानी पर संदेह होने लगा। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज में अपाचे बाइक या किसी संदिग्ध व्यक्ति का कोई निशान नहीं मिला। न ही कोई गवाह सामने आया, और न ही लूट के दौरान कोई सामान बिखरा हुआ मिला। इंस्पेक्टर ने वाजिद से इतनी बड़ी रकम पैदल ले जाने का कारण पूछा, जिस पर उसने गाड़ी खराब होने का बहाना बनाया।

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हालांकि, डाकघर के चपरासी ने बताया कि उसकी गाड़ी उसी सुबह सर्विस हुई थी। अगले दिन, 19 नवंबर को दोपहर 2 बजे, डाक निरीक्षक अंजनी कुमार राय ने थाने में एक फाइल पेश की। इस फाइल में खुलासा हुआ कि वाजिद ने पिछले छह महीनों में 73 ग्राहकों के खातों से 1,69,387 रुपये का गबन किया था। उसने यह पूरी रकम निकाल ली थी और भागने की फिराक में था। खुद को बचाने के लिए उसने लूट का नाटक रचा, जिसमें उसने खुद को घायल किया, कपड़े फाड़े और माथे पर लाल मिर्च पाउडर लगाकर खून का भ्रम पैदा किया। 20 नवंबर को सुबह 6 बजे, चुर्क चौकी प्रभारी विनोद यादव और कांस्टेबल रामसिंह ने वाजिद के किराए के मकान पर छापा मारा। पुलिस को बिस्तर के नीचे प्लास्टिक की थैली में नोटों के बंडल मिले, जिनमें से कुछ पर अभी भी डाकघर की मुहर लगी हुई थी। वाजिद ने अपना अपराध कबूल करते हुए मां की बीमारी और कर्ज का हवाला दिया। वाजिद को दोपहर 3 बजे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। अदालत में उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए कहा, "मैंने गलती की साहब... मैंने खुद को लूटा था।" इस कबूलनामे के बाद कोर्ट रूम में सन्नाटा छा गया। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक सबक है कि कानून की नजर से कोई नहीं बच सकता, चाहे वह डाकिया हो या कोई और अपराधी। डाक विभाग ने इस घटना के बाद पूरे जिले में आपात बैठक बुलाई है और अब हर लेन-देन पर दो कर्मचारियों की निगरानी अनिवार्य कर दी गई है। यह घटना रॉबर्ट्सगंज की एक सुनसान सड़क पर हुई थी, जहां डाकिया ने खुद को लूटा हुआ दिखाने का प्रयास किया था।


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