Chandauli News: व्रती महिला पुरुषों ने डूबता सूर्य को दिया अर्घ्य, जिले के 17 गंगा घाटों, 68 तालाबों पर एक लाख से अधिक व्रतियों ने दिया अर्घ्य.

Story By: संदीप कुमार, बड़ा बाबू, डीडीयू नगर।
चंदौली। लोक आस्था का महापर्व डाला छठ पर बृहस्पतिवार की शाम गंगा नदी तट, सरोवर तटों पर आस्थावानों का रेला उमड़ पड़ा। व्रती महिलाओं और पुरुषों ने अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य दिया और सुख-समृद्धि की कामना की। जिले के 17 गंगा घाटों और 68 तालाबों पर एक लाख से अधिक व्रतियों ने अर्घ्य दिया। वहीं गंगा घाटों पर पांच लाख से अधिक लोग पहुंचे। घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। वहीं पूजा समिति की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए।

घरों में सुबह से ही अर्घ्य देने की तैयारी शुरू हो गई। घरों में व्रती महिलाओं ने स्नान, ध्यान के बाद अर्घ्य देने के लिए सूप, दउरी तैयार की। इसमें पांच से सात प्रकार के फल, ठेकुआ, चावल से बनी मिठाई, फूल, माला, दीपक, रोरी, सिंदूर, कपूर, अगरबत्ती आदि को सजाया। दोपहर बाद महिलाएं और पुरुष सरोवर, नदी तटों की ओर चल पड़े। विभिन्न इलाकों से व्रती बैंडबाजा के साथ भी सरोवर पर पहुंचे। कुछ महिला व्रती घाटों पर लेटकर पहुंची।

पीडीडीयू नगर के दामोदरदास पोखरा, राम मंदिर, माल गोदाम पोखरा, मानसरोवर तालाब, सुभाषनगर में नवनिर्मित तालाब घाट, सिकटिया, रामजानकी पोखरा पर अर्घ्य देने के लिए व्रती पहुंचे। जल में उतरी और कमर भर पानी होने पर खड़े होकर भगवान भाष्कर के अस्त होने का इंतजार किया। पूजा समिति के सदस्यों ने भी घूम घूमकर व्रतियों को अर्घ्य के लिए दूध और जल उपलब्ध कराए।

व्रतियों के परिवार वालों के साथ आस पड़ोस पड़ोस के लोगों ने भी अर्घ्य दिलाकर पुण्य लाभ कमाया। वहीं अर्घ्य देने वालों को देखने के लिए लोगों की भीड़ रही। इससे घाटों पर जगह कम पड़ने लगी। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर मानसरोवर तालाब के किनारे रेलवे ट्रैक के पास आरपीएफ जीआरपी जवान तैनात रहे। जबकि पुलिस अधीक्षक पुलिस बल लगातार दौरा करते रहे।