Sonbhadra News: महाकुंभ में डुबकी लगाने रवाना हुआ श्रद्धालुओं का जत्था, त्रिवेणी संगम में स्नान कर प्राप्त करेंगे पुण्य लाभ.
Story By: चंदन कुमार, चोपन।
सोनभद्र। चोपन नगर से महाकुम्भ त्रिवेणी संगम प्रयागराज के लिए बस से भक्तों का जत्था विश्व हिन्दू परिषद के जिला नेतृत्व में रवाना हुआ। इस दौरान महाकुम्भ जाने के लिए भक्तों में काफी काफी उत्साह देखने को मिल। 60 भक्तों से ज्यादा के जत्थे में पुरुष सहित महिलाये और बच्चें शामिल रहे। तीर्थ यात्रियों के जत्था रवाना होते समय भक्तों ने जमकर जय श्री राम, जय गंगा-यमुना-सरस्वती मईया के नारा लगाया जिससे वातावरण गूंज उठा। बता दे कि 144 साल में बने सयोंग के दर्शन को हाथ से हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले भक्त अपने हाथो से जाना नहीं देना चाहते।
विश्व हिंदू परिषद की महिला मोर्चा की सदस्य सोनी देवी ने बताया कि हिंदू धर्म में अपूर्ण आस्था है। सयोंग से 144 बाद लोगों को ऐसा मौका मिला है संगम तट पर नहाने कर पुण्य की भागी बनने का। हमारे साथ 54 सदस्यों टीम भी साथ जा रहे हैं। मात्र तीर्थ यात्रा की बात जानकर ही हमलोगों में आस्था का सैलाब उतर गया, मात्र चार दिनों में ही हम लोगों ने तैयारी कर लिया अगर आस्था की बात होंगी तो हम दो दिन में भी तैयारी कर सकते हैं।
तीर्थ यात्री कृष्णा जायसवाल ने बताया कि तो मन में आस्था होने की वजह से हम लोग महाकुंभ में स्नान करने के लिए जा रहे हैं। ठंड में स्नान करने की बाबत कृष्णा जायसवाल ने बताया कि ठंड तो आती जाती रहेगी चाहे करके की ठंड हो चाहे बर्फ पड़े हमेशा नहीं आता इसलिए आस्था के सैलाब महाकुंभ में संगम तट पर हम स्नान करने जा रहे हैं। जंप प्रयागराज की पावन धरती पर हम लोग कदम रखेंगे तो स्नान करने से फिर भयभीत क्यों होना।
प्रांत उपाध्यक्ष काशी प्रान्त विश्व हिंदू परिषद के जनार्दन बैसवार ने बताया कि प्रयागराज तीर्थ के राजा प्रयागराज के पावन स्थल पर जाकर मां गंगा में डुबकी लगाने के लिए अभी श्रद्धालु एक साथ रहे हैं। महाकुंभ हिंदू सनातन धर्म का महापर्व है। वहां पर जो संगम हो रहा है वह हिंदुओं का हो रहा है। सभी लोग एक होकर भाई-भाई साथ में डुबकी लगा रहे हैं।
यह एक ऐसा अवसर और अद्भुत नजारा है जहां पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है। व्यवस्था में कोई भी दिक्कत नहीं है। सभी लोग प्रेम से जाकर मां गंगा के संगम पर डुबकी लगा रहे हैं। विपक्ष पर हमला बोलते हुए जनार्दन बैसवार ने कहा सनातन धर्म की एकता से उनको अपनी कुर्सी का खतरा लग रहा है। क्योंकि वह जातियों में राजनीति करते हैं।
महाकुंभ को भी वह राजनीति दृष्टि से देखते हैं। इस समय पुर हिंदुस्तान ही नहीं पूरे विश्व हिंदू होकर के डुबकी लगा रहा है। जिससे सनातन धर्म की जय जयकार हो रही है। जो एकता बन रही है उससे धर्म की राजनीति करने वालों में घबराहट हो रही है। रही बात कुंभ में अभी तक अखिलेश यादव के न आने की तो अखिलेश यादव को कुंभ में आने से डर लग रहा है।
हम तो उनको कुंभ में आमंत्रण दे रहे हैं कि अपने पूरे नेताओं के साथ आकर कुंभ में डुबकी लगाए और मन को शुद्ध करें। हिन्दू धर्म में वापसी की बाबत जनार्दन बैसवार ने कहा पहले हिंदू थे जो भटक गए थे आज वह अपने घर में वापस आना चाहते हैं। ऐसा संतों ने आह्वान किया है हम उनका हार्दिक मंगल हो अभिनंदन करते हैं।