Sonbhadra News: सहकारी समिति कचनरवा में खाद नदारद, सैकड़ों किसान मायूस होकर लौटे घर.

Story By: अनुज जायसवाल, कोन।
सोनभद्र।
कोन नवसृजित विकास खण्ड कोन के ग्राम पंचायत कचनरवा के अन्तर्गत सहकारी समिति में खाद नदारद है। सरकार और उच्च अधिकारियों के दावे के उलट फिर भी लोगों को खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
एक तरफ सरकार द्वारा भले ही किसानों की फसल की उर्वरा शक्ति बढ़ाने और फसल के उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ किसानों की आय में वृद्धि करने की बात कही जाती हो लेकिन मामला जस का तस बना पहले की तरह बनी हुई है। यूरिया और डी.ए.पी खाद सस्ती दर की जगह किसान ऊंची दर पर दुकानों से खाद क्रय करने को मजबूर हैं। चाहे वह दीर्घाकार बहुद्देशीय की दुकान हो या क्रय विक्रय की सहकारी समिति की दुकान हो। जानकारों का मानना है कि क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से सहकारी समिति कचनरवा काफी लम्बा है। जिसके सापेक्ष खाद उपलब्ध न होने के कारण हमेशा समस्या बनी रहती है। इस संबंध में वरिष्ठ समाजसेवी बिहारी प्रसाद यादव ने कहा कि ग्राम पंचायत कचनरवा में मात्र एक सहकारी समिति है जो मरम्मत् के अभाव में अपने आप पर आंशु बहा रहा है। भवन की स्थिति जर्जर है जो कभी भी धाराशायी हो सकता है।

जिसे नये भवन निर्माण कराकर समिति को विकसित करने की आवश्यकता भी है। समिति पर लगभग 12000 किसान निर्भर हैं जो कि आय दिन खेती बारी का कार्य छोड़कर सहकारी समिति का चक्कर लगा रहे हैं। फिर भी लोगों को खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है और गरीब किसान मजबूरन डी.ए.पी 1400 से 1450 तक व यूरिया 400 रुपया से 450 रुपया में प्राइवेट दुकानों से क्रय करने को विवश हैं। जिससे गरीब किसानों के ऊपर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ सचिव के ऊपर मनमानी का आरोप लगाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी औचक निरीक्षण नहीं करते हैं। जिससे खाद बेचने वाले प्राइवेट दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं। समिति के आस पास के सैकड़ों किसान मंहगाई की दंश झेल रहे हैं। वर्तमान समय में धान की रोपाई चल रही है और कुछ जगहों पर हो चुकी है। खाद की आवश्यकता सभी किसानों को है अगर सहकारी समितियों पर आने वाले खाद का आपूर्ति बढ़ा दी जाये तो किसी भी किसान को खाद की समस्या नहीं होगी। सहकारी समिति कचनरवा के अध्यक्ष संतोष जायसवाल ने बताया कि किसानों की जरूरत के हिसाब से खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिससे समस्या बनी हुई है। जैसे ही खाद उपलब्ध होगा तत्काल वितरित करा दिया जायेगा।